रांची, अप्रैल 17 -- तोरपा, प्रतिनिधि। तोरपा प्रखंड के फडिंगा गांव के पास बनई नदी के संगम तट पर स्थित एक पौराणिक शिवलिंग और प्राचीन मंदिर के अवशेष आज भी ऐतिहासिक गौरव और सांस्कृतिक धरोहर की गवाही देते हैं। लगभग 200 वर्गफीट क्षेत्र में फैले इस स्थल पर पत्थरों पर बनी मूर्तियां, नक्काशी, ग्रेनाइट के स्तंभ, और मंदिर के प्रवेश द्वार जैसे अवशेष साफ दिखाई देते हैं। ग्रामीणों का मानना है कि यदि इस स्थल की व्यवस्थित खुदाई हो, तो अन्य बहुमूल्य कलाकृतियां और स्थापत्य संरचनाएं सामने आ सकती हैं। खुले आसमान के नीचे उपेक्षित है धरोहर: इस ऐतिहासिक स्थल की हालत दयनीय है। शिवलिंग और अन्य अवशेष आज भी निर्जन स्थान पर खुले आसमान के नीचे पड़े हुए हैं। संरक्षण और पुनर्स्थापना की दिशा में आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यहां की पौराणिकता और ऐतिहासिक महत्व के ...