हाजीपुर, जून 14 -- हाजीपुर । संवाद सूत्र प्लास्टिक वॉरियर बनने का मतलब है प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय रूप से शामिल होना। इसका मतलब है कि सिंगल-यूज प्लास्टिक का उपयोग कम करना, री-साइक्लिंग को बढ़ावा देना और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना। शनिवार को भारत स्काउट और गाइड कार्यालय परिसर में आयोजित सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्ति के लिए आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित टाइड टर्नर प्लास्टिक चैलेंज के बिहार एम्बेसडर ऋतुराज ने ये बातें कहीं। कार्यशाला में युवा, छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक वॉरियर के रूप में कोई भी युवा काम कर सकते हैं। प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म करने के लिए युवाओं को सक्रिय रूप से आगे आना होगा। इसके खिलाफ आवाज उठानी होगी। प्लास्टिक वॉर...