नई दिल्ली, अप्रैल 30 -- नई दिल्ली। हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की चीजें जैसे बर्तन और खिलौने अब केवल पर्यावरण ही नहीं, बल्कि दिल की सेहत के लिए भी खतरा बनती जा रही हैं। वर्ष 2018 में दुनियाभर में दिल की बीमारियों से हुई करीब 3.56 लाख मौतों का संबंध प्लास्टिक में इस्तेमाल होने वाले रसायन डाय-2-एथाइलहेक्सिल फ्थेलेट (डीईएचपी) से जुड़ा पाया गया है। न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी लैंगोन हेल्थ के एक शोध में यह दावा किया गया है। यह अध्ययन विज्ञान पत्रिका लांसेट ईबायोमेडिसिन में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन के मुताबिक, डीईएचपी एक प्रकार का रसायन है, जो प्लास्टिक को लचीला और टिकाऊ बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह रसायन खासतौर पर खाद्य कंटेनर, मेडिकल उपकरण, प्लास्टिक पाइप, कीटनाशक, डिटर्जेंट और कॉस्मेटिक्स में पाया जाता है। जब...