खगडि़या, अगस्त 20 -- अलौली। एक प्रतिनिधि सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना चाहती है। पांच कमरे में नामांकित 12 सौ छात्र कहां, कैसे बैठकर अध्ययन कर सकते है। ऐसे स्कूल से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करना क्या उचित हो सकती है? इसका निर्णय तो बिना समझ वाले भी आसानी से कर सकते हैं। यह स्थिति है राज्य सम्पोषित उच्चतर माध्यमिक स्कूल अलौली की। स्कूल स्थापना काल के समय ही सात बड़े बड़े कमरे का भवन जो बीस ईंच दीवार का पक्का भवन स्कूल प्रबंधन की देखरेख के बगैर नाकाम साबित हो कर रह गया है। पिछले पन्द्रह वर्षो में देख भाल नहीं होने के कारण छत पर बड़े-बड़े वृक्ष उगे है। जिसे अभी भी जीर्णोद्धार कर वेहतर किया जा सकता है। बताया जाता है कि स्कूल प्रबंधन समिति अपने व्यवसाय के लिए हमेशा चाहते हैं कि भवन को तोड़कर हटा दिया जाय और उसकी जगह दुकान का शेड निर्मा...