बरेली, नवम्बर 24 -- महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड यूनिवर्सिटी (एमजेपीआरयू) प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बना, जिसने प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस की नियुक्ति कर नई मिसाल पेश की है। राज्य सरकार की नई व्यवस्था को अपनाते हुए विश्वविद्यालय ने विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवी विशेषज्ञों को अकादमिक ढांचे से जोड़ने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। अब तक यह मॉडल मुख्यतः तकनीकी संस्थानों तक सीमित था, परंतु शासन ने इसे सभी राज्य विश्वविद्यालयों में लागू कर दिया है। इसी क्रम में एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने सबसे पहले पहल करते हुए चार प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस की नियुक्ति पूरी कर ली है। ‎इस मॉडल का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालयों को उद्योग, प्रशासन, कला, विज्ञान तथा समाज के विविध क्षेत्रों के अनुभवी पेशेवरों से जोड़ना है, ताकि छात्रों को अधिक व्यावहारिक ज्...