संतकबीरनगर, अप्रैल 19 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में बघौली ब्लॉक के ग्राम पंचायत बालूशासन में मनरेगा योजना के तहत मेड़बंदी का बिना कार्य कराए ही भुगतान लेने का मामला पिछले दिनों प्रकाश में आया। लाभार्थी ने खुद ही इसकी शिकायत किया। शिकायत की जांच उपायुक्त मनरेगा डॉ. प्रभात कुमाद द्विवेदी ने किया। स्थलीय सत्यापन, अभिलेखों की जांच और लाभार्थी के बयान के आधार पर 43,617 रुपए के गबन की पुष्टि हुई। जांच अधिकारी ने इस गबन के लिए ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक को दोषी पाया। उनकी रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने कार्रवाई के आदेश दे दिए हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इस प्रोजेक्ट को स्वीकृति देने वाले बीडीओ, एपीओ और एकाउंटेंट को पूरी तरह से क्लीन चिट दे दी गई है। जो कई सवाल खड़े कर रहे हैं। क्योंकि पत्रावली को स्वीकृति देने वा...