सुल्तानपुर, नवम्बर 17 -- कुड़वार, संवाददाता । प्रेम से युक्त भक्ति पर भगवान भक्त के वश में हो जाते हैं। उक्त बातें पूरे बंधन उपाध्याय खादर बसंतपुर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में रविवार को आचार्य श्री धीरज कृष्ण शास्त्री अयोध्या ने कही। कथा के छठे दिन कथा व्यास ने गोपी उद्धव संवाद व रुक्मिणी विवाह का विस्तृत वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण उद्धव को गोपियों का हालचाल लेने नंदगांव भेजा तो देखा कि गोपियां कृष्ण के वियोग में व्याकुल सी हो गयी हैं। वहां उद्धव को भक्ति में प्रेम का एहसास हुआ। रूक्मिणी विवाह का वर्णन करते हुए कथा व्यास ने कहा कि रुक्मिणी के भाई रुक्मि द्वारा उनकी शादी शिशुपाल से तय कर दी गयी थी। जो रूक्मिणी को स्वीकार नहीं था। वह भगवान कृष्ण को अपना पति मान चुकी थी। रुक्मिणी के प्रेम पत्र से प्रभावित होकर कृष्...