मेरठ, अक्टूबर 9 -- बाबा मनोहरनाथ मंदिर में बाबा मनोहर नाथ ट्रस्ट और श्री नमामी गंगा ट्रस्ट के तत्वावधान में हो रही श्री राधे पुराण कथा में बुधवार को कथावाचक ने प्रेम का महत्व बताया। विवेक बाजपेयी ने कथा स्थल का पूजन कराया। कथावाचक आचार्य गोपाल कृष्ण भारद्वाज ने श्री राधे पुराण कथा में प्रेम का महत्व बताते हुए कहा कि प्रेम रोग नहीं प्रेम योग है। प्रेम रहित ज्ञान कभी पूरा नहीं हो सकता। प्रेम के विषय में बताया कि प्रेम दो प्रकार का होता है एक सांसारिक प्रेम और दूसरा अलौकिक प्रेम परमात्मा से प्रेम। राधा उद्धव संवाद में व्यास ने बताया कि महात्मा उद्धव पूर्ण ज्ञानी होते हुए भी जब राधा से मिले तो उन्हें ज्ञात हुआ कि वो अभी प्रेम के बिना अधूरे हैं, उन्होंने जब राधा और गोपियों की स्थिति देखी तो जाने की ज्ञान से ऊपर भी कुछ होता है जिसे प्रेम कहा जा...