मुजफ्फरपुर, जुलाई 12 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। गीत, कविता और कई उपन्यासों के रचनाकार डॉ. शिवदास पांडेय की पुण्यतिथि पर शनिवार को मिठनपुरा स्थित सुधांजलि में संवाद और काव्य पाठ का आयोजन किया गया। विषय प्रवेश कराते हुए डॉ. संजय पंकज ने कहा कि शिवदास बाबू का व्यक्तित्व इतना बड़ा, प्रेरक और सृजनशील था कि आज वह अपनी देह के साथ भले ही उपस्थित नहीं हैं, लेकिन अक्षरों में वे जीवित हैं और हमें सृजनरत रहने के लिए निरंतर प्रेरित करते हैं। प्रेम गीतों के गंधर्व के रूप में वे प्रसिद्ध थे ही, एक सांस्कृतिक चिंतक के रूप में उन्होंने जिस तरह से उपन्यासों का सृजन किया है वह अपने समय की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए इतिहास की कई भूलों का समाधान भी है। डॉ. वंदना विजय लक्ष्मी ने अतिथियों का स्वागत किया और शिवदास बाबू के कई गीतों को उन्हीं के अंदाज में...