फिरोजाबाद, जून 12 -- फिरोजाबाद, नगला रूंध में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में अंतर्राष्ट्रीय कथाकार एवं समाज सुधारक आचार्य केशवम अवस्थी ने भक्तों को कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि भोजन को सदैव प्रसाद बुद्धि से खाना चाहिए। अगर हम भोजन को प्रसाद समझ कर खाएंगे तो हमारे मस्तिष्क में सद विचारों का निर्माण होगा। कथा व्यास आचार्य केशवम ने महारास की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान से गोपियों ने अनूठा, अद्भुत एवं अकल्पनीय प्रेम किया। जिस तरह से गोपियों ने भगवान से प्रेम किया है ठीक उसी प्रकार से हमें भी परमात्मा से प्रेम करना चाहिए। भगवान को प्रेम से ही पाया जा सकता है। प्रेम के सहारे परमात्मा के पास पहुंच सकते हैं। जब हम भगवान के प्रेम को मान लेंगे तो हम उन्हें जान जाएंगे। कंस वध का वर्णन करते हुए कहा कि हमें सभी जगह परमात्मा का दर्शन करना चाहिए तो हम पर...