हरिद्वार, मार्च 28 -- श्रीगीता विज्ञान आश्रम के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती ने कहा है कि प्रेम केवल भगवान से होता है, जबकि सांसारिक संबंध मोह पर आधारित हैं। वह आश्रम में वेदपाठी बटुकों और भक्तों को वेदांत की दीक्षा दे रहे थे।उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति का सच्चा स्नेह केवल भगवान और गुरु से ही होता है क्योंकि गुरु और भगवान ही दिल से आशीर्वाद देते हैं। माता-पिता का अपने पुत्र और संतान का अपने अभिभावकों के प्रति प्रेम में मोह का दर्शन होता है। उन्होंने सांसारिक संबंधों को मोह माया का बंधन बताकर कहा कि भगवान और गुरु ही अपने अनुयायियों के सच्चे हितैषी होते हैं। उन्होंने भारतीय संविधान और संस्कृति को विश्व में सर्वोत्तम बताया। कहा कि चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व है और समस्त भारतवासियों को अपने दायित्व का निर्वाह अवश्य...