प्रयागराज, नवम्बर 17 -- अलोपीबाग स्थित कवयित्री रचना सक्सेना के आवास पर पुस्तक परिचर्चा आयोजित की गई। इस अवसर पर पूर्व सहायक शिक्षा निदेशक व वरिष्ठ लेखिका प्रेमा राय के कहानी संग्रह 'रिश्तों का अंतर्नाद' पर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए। साहित्यकार संजय सक्सेना ने कहा कि 'रिश्तों का अंतर्नाद' ऐसा कहानी संग्रह है, जो कि सोच में पीढ़ियों के अंतर को खत्म करते हुए नए जमाने की सोच को जन्म देता है। डॉ. रवि मिश्र ने कहा कि कहानियों के माध्यम से भावनाओं में लिए गए गलत निर्णय और उनके परिणाम को रेखांकित किया गया है। लेखिका प्रेमा राय ने कहानियों के कथाशिल्प पर प्रकाश डाला।

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