नई दिल्ली, अगस्त 1 -- गर्भावस्था के नौ महीनों के लंबे इंतजार के बाद बच्चा जब इस दुनिया में आता है, तो मां और बच्चे के रिश्ते का नया सफर शुरू होता है। यह सफर इस रिश्ते को मजबूत बनाता है। हालांकि, इस नई राह में कुछ चुनौतियां भी आ सकती हैं, जिनका सामना लगभग हर नई मां को करना पड़ता है। ऐसी ही एक चुनौती है बच्चे को स्तनपान कराना। बच्चे के जन्म के बाद नई मां उसे छाती से लगाने का बेसब्री से इंतजार करती है। कभी-कभी यह इंतजार निराशा में बदल सकता है। ऐसा तब होता है, जब बार-बार बच्चे को स्तन से लगाने पर भी दूध ठीक से नहीं आता या फिर स्तनपान के बावजूद बच्चे का पेट नहीं भर पाता। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए तैयारी पहले से शुरू की जा सकती है। जानकारों की मानें तो स्तनपान सिर्फ प्रसव के बाद शुरू नहीं होता, इसकी तैयारी प्रेग्नेंसी की आखिरी तिमाही से शुरू क...