नई दिल्ली, अप्रैल 25 -- - रेलवे बोर्ड की ओर से कराए गए एक अध्ययन रिपोर्ट में इस बात का हुआ खुलासा - ट्रेनों को समय पर चलाने में बाधा बन रहीं ऐसी घटनाएं, रेल यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरा अरविंद सिंह नई दिल्ली। राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एवं दुरंतो जैसी प्रीमियम और मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार में कोच की स्प्रिंग में पड़ने वाली दरारें सबसे बड़ी बाधा बन रही हैं। रेलवे बोर्ड द्वारा कराए गए एक अध्ययन रिपोर्ट में इस बात खुलासा हुआ है। खतरे की बात यह है कि एक कोच में स्प्रिंग में दरार अथवा टूटने की घटनाएं तीन से नौ गुना तक बढ़ी है। इसमें दक्षिण मध्य रेलवे (कोलकाता) पहले और उत्तर रेलवे (दिल्ली) दूसरे स्थान पर है। इससे सुरक्षित रेल सफर के दावे पर सवाल खड़ा हो गया है। रेलवे बोर्ड ने 17 रेल जोन में अत्याधुनिक तकनीक व सबसे सुरक्षित मानी जाने वाले ज...