कौशाम्बी, अक्टूबर 27 -- कसेंदा, हिन्दुस्तान संवाद बौद्ध सर्किट फोरलेन सड़क निर्माण के दायरे में आने से करीब दो सौ वर्ष पुराने प्राचीन शिव मंदिर को क्षति पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। सोमवार को ग्रामीणों ने मंदिर के निकट प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी से मंदिर को बचाने की गुहार लगाई है। डहिया गांव के ग्रामीण श्रीधर शुक्ला, शारदा प्रसाद शुक्ला, श्याम शुक्ला और संजय शुक्ला आदि ग्रामीणों ने बताया कि प्राचीन शिव मंदिर से स्थानीय लोगों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है। प्राचीन कलाकृतियों से सुसज्जित यह मंदिर सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का प्रतीक है। यहां प्रतिदिन शिव पाठ का आयोजन होता है, जबकि हर मंगलवार को सुंदर कांड का पाठ किया जाता है। शिवरात्रि के अवसर पर हजारों शिवभक्त यहां एकत्रित होकर पूजा-अर्चना करते हैं। ग्रामीणों के मुताबिक बौद्ध सर्किट फोरल...