बागपत, अप्रैल 19 -- सिनोली के बाद तिलवाड़ा साइट से अभी तक की सबसे महत्वपूर्ण खोज के रूप में प्राप्त हुए दुर्लभतम रथ सीधे महाभारत काल की ओर इशारा करता है। 'रथ एवं रथी के प्रमाण विभिन्न प्राचीन काल में जारी हुई दुर्लभ मुद्राओं, सील पर पूर्व में प्राप्त हो चुकी है। स्मरण रहे कि दिसंबर 2024 को छपरौली की तिलवाड़ा साइट पर एएसआई उत्खनन कार्य शुरू किया गया था। लगभग चार माह की अवधि तक यहां पर किए गए उत्खनन कार्य के दौरान टीम को ताम्र निधि मिली। अधिकांश प्राप्त पुरानिधि में ताम्र धातु का प्रयोग बहुतायत में मिला। कॉपर निर्मित बड़ी आयताकार प्लेट के अलावा खंजर और रथ तथा ताबूत के चारों ओर के पिलर/पोल, रथ की धुरी में भी कॉपर का बड़े ही सुंदर ढंग से प्रयोग होता मिला। यहां से काफी संख्या में मृदभांड, विभिन्न दुर्लभ पत्थरों के मनकें व सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्र...