पूर्णिया, सितम्बर 6 -- जलालगढ़, एक संवाददाता। कृषि विज्ञान केंद्र, जलालगढ़ में आयोजित पांच दिवसीय कृषि सखियों का प्राकृतिक खेती विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हुआ। इस अवसर पर वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ. के. एम. सिंह, सहायक निदेशक (कृषि रसायन) निशांत कुमार, सहायक निदेशक (शस्य प्रक्षेत्र) मुन्नी कुमारी सहित कई वैज्ञानिक व पदाधिकारी मौजूद थे। इस प्रशिक्षण में शामिल हुईं कृषि सखियों को अब अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर प्राकृतिक खेती के महत्व को किसानों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है। कार्यक्रम के दौरान वैज्ञानिकों ने बताया कि रासायनिक खाद और कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति और मानव स्वास्थ्य दोनों प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में प्राकृतिक खेती ही स्थायी विकल्प है। ....प्राकृतिक खेती से मिलेगा स्वास्थ्य...