अंबेडकर नगर, जुलाई 8 -- प्रधानाध्यापक ने तीन लाख खर्च कर सरकारी विद्यालय को नई पहचान दी प्रधानाध्यापक शमसुल हसन के जज्बे से अलग श्रेणी का स्कूल बना विद्यालय में टाई लगाए बच्चे, स्मार्ट क्लास और कम्प्यूटर का क्लास कर रहे तीन लाख रुपए निजी खर्च कर विद्यालय को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया दुलहूपुर, संवाददता। ग्रामीण अंचल के कई सरकारी स्कूल बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। वहीं शिक्षा क्षेत्र भियांव का प्राथमिक विद्यालय मजीरा इन सबके बीच उम्मीद की एक नई किरण बनकर उभरा है। प्राइमरी स्कूल मजीरा की आभा किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं है। चमचमाते कमरे, स्मार्ट क्लास, टाई लगाए बच्चे, सीसी कैमरों से लैस कक्षाएं, हरा भरा वातावरण और प्रांगड़ में बच्चों के लिए लगा झूला, साथ ही कम्प्यूटर क्लास समेत अन्य आधुनिक सुविधाएं प्राथमिक विद्यालय मजीरा को अन्य...