लखनऊ, अगस्त 11 -- उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता विरोधी दल लाल बिहारी यादव ने प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में प्रवेश की आयु का मसला उठाया। कहा कि प्राइवेट स्कूल तीन साल में प्रवेश ले रहे हैं, जबकि दूसरी तरफ सरकारी विद्यालय पांच साल में बच्चों को प्रवेश दे रहे हैं। ऐसे में सरकारी स्कूल में पढ़ाने की चाहत रखने वाले अभिभावकों को दो साल का समय अधिक लगता है और वो निजी स्कूल की तरफ बढ़ जाते हैं। ऐसे में सरकार से उनकी मांग है कि निजी व सरकारी स्कूलों के समय को एक किया जाए। विधान परिषद में स्कूलों के मर्जर को लेकर सवाल उठाते हुए लाल बिहारी यादव ने कहा कि शिक्षा समाज को आगे ले जाती है। जबकि भाजपा की सरकार संविधान के खिलाफ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को संविधान की समवर्ती सूची में इसलिए रखा गया क्योंकि इस पर सभी का समान अधिकार है। बच्चे ...