शामली, अप्रैल 17 -- आमतौर पर कहीं भी आंगनबाड़ी केंद्र का नाम लेने के साथ ही जेहन में खाना खिलाने वाले सेंटर की तस्वीर कौंधती है।इसमें बच्चे खाना और नाश्ता के लिए पंक्ति में खड़े दिखते है। रोजाना जैसे ही खाना मिलता है कि बच्चे उड़न-छू हो जाते है। ये वाकया अमूमन हर दूसरे या तीसरे आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिलता है। लेकिन हसनपुर लुहारी के आंगनवाड़ी केंद्र अब प्राईवेट प्लेट स्कूलो को भी मात दे रहे है। यहां बदलती आंगनवाड़ी केंद्रों की तस्वीर ने चौका दिया है। किसी भी समाज का आंकलन वहा की शिक्षा व्यवस्था से किया जाता है। यदि प्राथमिक शिक्षा की नींव मजबूत हो तो आने वाली पीढ़ी समाज और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। गांव हसनपुर लुहारी के आंगनवाड़ी केन्द्र इन दिनों खूब चर्चा में है।यहां की व्यवस्था यह निजी प्ले स्कूल को मांत दे रही ...
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