मेरठ, मार्च 25 -- मेरठ। प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे सरकारी चिकित्सकों को कार्रवाई का डर सताने लगा है। जिन अस्पतालों में चिकित्सक प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे थे अब वह सूने हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की मानें तो जिला अस्पताल, मेडिकल अस्पताल के जो चिकित्सक निजी प्रैक्टिस में लिप्त हैं, उनके खिलाफ खुफिया जांच की जा रही है। मेडिकल अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक की वीडियो सीएमओ को सौंपी गई है। शासन को सरकारी चिकित्सकों एवं सरकारी चिकित्सा शिक्षकों के प्राइवेट प्रैक्टिस करने की शिकायतें मिल रही हैं। जिले के स्वास्थ्य विभाग में 225 और एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में 162 सरकारी डॉक्टर, चिकित्सा शिक्षक कार्यरत हैं, जिन पर नजर रखी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की मानें तो इन चिकित्सकों में से अधिकांश प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त हैं। सीएमओ ड...