लखनऊ, फरवरी 19 -- प्रस्तावित नए अधिवक्ता अधिनियम का विरोध शुरू हो गया है। अधिवक्ता अधिनियम संशोधन विधेयक के प्रावधानों के विरोध में सेंट्रल तथा लखनऊ बार एसोसिएशन ने 21 फरवरी को न्यायिक कार्य से विरत रहने का ऐलान किया है। लखनऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश प्रसाद तिवारी एवं महासचिव बृजभान सिंह ने कहा कि प्रस्तावित नया कानून अधिवक्ता विरोधी है। अधिनियम के ड्राफ्ट में किए गए प्रावधान से प्रत्यक्ष तौर पर अधिवक्ता प्रभावित होते हैं। सेंट्रल बार अध्यक्ष अरविंद कुमार कुशवाहा एवं महासचिव अमरेश पाल सिंह ने कहा कि यह अधिवक्ताओं के संवैधानिक व मौलिक अधिकारों के खिलाफ है।

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