बरेली, नवम्बर 20 -- निजी अस्पताल में भर्ती प्रसूता की हालत गंभीर जिलाधिकारी से परिजनों ने की थी शिकायत बरेली, वरिष्ठ संवाददाता। अवैध क्लीनिक और झोलाछाप की वजह से प्रसूता की हालत बिगड़ गई है और उसका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। जिलाधिकारी से शिकायत के बाद भी अवैध क्लीनिक के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इसी बीच बिशारतगंज में अवैध क्लीनिक की फोटो वायरल हो रही है जहां 20-21 साल का युवक बैठा है और नाबालिक दवाएं दे रहा है। झोलाछाप के इलाज से भोजीपुरा और मीरगंज में दो प्रसूताओं की मौत के बाद तत्कालीन नोडल अधिकारी डॉ. लईक अंसारी ने अवैध अस्पताल को सील कर दिया था। दोनों मामलों में विभागीय जांच चल रही थी। करीब दो माह पहले निजी अस्पताल का पंजीकरण, नवीनीकरण और झोलाछाप का प्रभार बदल गया और कार्रवाई भी ठंडे बस्ते में चली गई। बीत...