लखीसराय, जुलाई 14 -- लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। शहर सहित जिले के विभिन्न क्षेत्र से प्रसव के लिए सदर अस्पताल आने वाली पीड़िता का प्रसव सहित उनके बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर आशा एवं आंगनबाड़ी कर्मी आर्थिक दोहन करती है। सरकार द्वारा सदर सहित जिले के सभी सरकारी अस्पताल में पूरे तरीके से निशुल्क दी जाने वाली प्रसव के साथ बर्थ सर्टिफिकेट की सुविधा के बावजूद आशा एवं आंगनबाड़ी कर्मी स्वास्थ्य कर्मी व पीड़िता के बीच बिचौलिया की भूमिका का निर्वहन करते हुए पीड़ित का आर्थिक दोहन करती है। जिसकी शिकायत नियमित अंतराल पर अस्पताल प्रबंधन सहित सीएस को मौखिक एवं लिखित रूप से मिलते रहता है। इन सब के बावजूद स्थानीय विभाग की उदासीन रवैया के कारण पीड़िता को पूरी तरह से निशुल्क लाभ के लिए भी न्यूनतम 500 से 1000 रुपया खर्च करना पड़ता है। पीड़ित...
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