बहराइच, नवम्बर 28 -- बहराइच, संवाददाता। प्रसव के बाद महिलाओं में कमजोरी और एनीमिया का बढ़ना मातृ स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा माना जाता है। इसी समस्या से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अब जिले में नई व्यवस्था लागू कर दी है। इसके तहत प्रसव के बाद 24 से 48 घंटे के भीतर हर प्रसूता की हीमोग्लोबिन जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी और एनीमिया की स्थिति के अनुसार उसी समय उपचार शुरू कराया जाएगा। परिवार कल्याण महानिदेशक ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि उपचार प्रक्रिया को अस्पताल में भर्ती अवधि के दौरान ही पूरा कराया जाएगा, ताकि प्रसूता कमजोरी की स्थिति में अस्पताल से घर न लौटे। सीएमओ डॉ. संजय कुमार ने बताया कि डिस्चार्ज से पहले प्रसूता का हीमोग्लोबिन परीक्षण किया जाएगा। यदि रिपोर्ट सामान्य है तो आयरन और कैल्शियम की गोलियां निर्धारित अवधि के ...
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