उन्नाव, नवम्बर 27 -- उन्नाव। कानपुर-फर्रुखाबाद में बुधवार को खुले नाले में गिरकर मासूम और एक व्यक्ति की मौत ने फिर सार्वजनिक सुरक्षा के संकट को उजागर किया है। इन हादसों ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि कैसे खुले नाले जानलेवा साबित हो रहे हैं। शहर के प्रमुख इलाकों में भी ढक्कन विहीन नालों ने पैदल राहगीरों, स्कूली बच्चों और दोपहिया चालकों के लिए जानलेवा स्थिति पैदा कर दी है। नगर पालिका की अनदेखी और आधे-अधूरे कामों की वजह से कई बार हादसे हो चुके हैं। एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) का आदेश हैं कि शहर में खुले नालों को ढकने, नियमित सफाई कराने और प्रदूषण नियंत्रण के उपाय करने पर ठोस रणनीति बने। इसके बावजूद नगर पालिका प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है और जगह- जगह नाले खुले हैं। इसको लेकर आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान' ने मुख्य मार्गों पर पड़ताल की तो ...