पटना, जुलाई 30 -- बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पहली महागठबंधन सरकार के कार्यकाल में 1 अप्रैल 2016 से लागू शराबबंदी को जन सुराज की सरकार बनने पर एक घंटे में हटाने के प्रशांत किशोर के खुले ऐलान के बाद दूसरी राजनीतिक पार्टियों पर छाया शराब बैन का नशा उतर रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के घोषित सीएम कैंडिडेट और महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव अब तक ताड़ी चालू करने की बात करते थे, लेकिन अब वो बहुमत की राय से शराब बैन पर भी विचार बदलने को तैयार हैं। चार महीने बाद बाद होने वाले चुनाव से पहले राज्य के प्रमुख विपक्षी दल के रुख में यह बदलाव महत्वपूर्ण है। तेजस्वी ने पटना में लाइव सिटीज यूट्यूब चैनल के कार्यक्रम में शराबबंदी को लेकर एक सवाल के जवाब में कहा- "बुद्धिजीवी लोगों से बात करेंगे। बुद्धिजीवियों को बुलाकर बात करेंगे। ...
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