विकासनगर, जून 12 -- बाशिक महासू देवता तीन दिन की टियूटाड गांव की प्रवास यात्रा के बाद गुरुवार को सुखेड़ पहुंचे। नौ जून को बाशिक महासू देवता की पालकी, बौठा महासू, चालदा महासू देवता के देव चिह्न डोरिया तीन दिन अलग-अलग परिवारों मे पूजन प्रवास पर रहे। ग्रामीणों में देव दर्शन को लेकर बड़ा उत्साह देखा गया। लोगों ने श्रद्धा भाव से देव कारिंदों की खूब सेवा की। जेठ मास में बाशिक महासू देवता की पालकी जखोली मेले और भक्तों की मन्नत पूरी करने के लिए प्रवास पर रहती है। दो दिन जखोली, दो दिन कैमाड़ा और तीन दिन टियूटाड़ गांव के प्रयास में रहे हैं। जिसके बाद देवता गुरुवार को सुखेड़ पहुंचे। जहां भक्तों का देवता का भव्य स्वागत किया। श्रद्धालुओं ने देव चिह्नों के दर्शन कर देवता से मन्नतें मांगी। यहां से शुक्रवार को देवता त्यूणी, शनिवार मिनूस और 15 को देवता अप...