प्रयागराज, दिसम्बर 25 -- प्रयागराज संजोग मिश्र केस वन: यूपी बोर्ड से 2013 में हाईस्कूल व 2015 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने वाली एक लखनऊ की एक लड़की ने अपना लिंग परिवर्तित करना लड़का बन गई। उसने सभी औपचारिकता पूरी करते हुए यूपी बोर्ड से संशोधित नाम के आधार पर 10वीं-12वीं का नया प्रमाणपत्र जारी करने का अनुरोध किया। इसके आधार पर बोर्ड ने 10वीं पास करने के 12 साल और 12वीं करने के दस साल बाद लड़के के नाम पर कुछ समय पहले प्रमाणपत्र जारी कर दिया है। केस टू: यूपी बोर्ड के बरेली क्षेत्रीय कार्यालय ने भी लिंग परिवर्तन कर पुरुष बनी एक महिला का संशोधित प्रमाणपत्र हाल ही में जारी किया है। पहले क्षेत्रीय कार्यालय ने संशोधित प्रमाणपत्र जारी करने से इनकार कर दिया था। जिस पर उसने ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 के तहत हाईकोर्...
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