चंदौली, मार्च 18 -- शहाबगंज। विकास खण्ड के मसोई संकट मोचन हनुमान मंदिर के परिसर में मानस परिवार सेवा समिति की ओर से आयोजित राम कथा के दूसरे दिनवाराणसी से पधारे काशीपीठाधीश्वर श्रीमद्जगद्गुरु रामानन्दाचार्य स्वामी डॉ. रामकमलाचार्य वेदान्ती जी महाराज ने प्रभु श्रीराम और भरत मिलाप की कथा सुनाई। उन्होंने कहाकि मनुष्य के जीवन की सबसे बड़ी भक्ति अपने स्वामी की आज्ञापालन करना है। भगवान राम के प्रेम में निमग्न भरत जी उनके मां कैकेयी की ओर से राजा दशरथ से राज्यसत्ता का वरदान प्राप्त होने पर भी भरत जी ने अस्वीकार कर दिया। भगवान राम का वनवास और स्वयं भरत के दिये राज्यसत्ता मांगने वाली कैकेयी को बड़े कठोर शब्दो में डाटते हुये कहा कि जिस मां ने प्रारम्भ में भाई-भाई में सच्चे प्रेम की शिक्षा दी हो फिर वही मां अगर स्वार्थ में पड़कर सत्ता के लोभ में दो भ...