गोरखपुर, मार्च 24 -- सरदारनगर, हिंदुस्तान संवाद। सरदारनगर क्षेत्र के सरैया हनुमंत धाम पर आयोजित नौ दिवसीय हनुमत महायज्ञ के पांचवें दिन रविवार को कथा व्यास राधेश्याम शास्त्री ने श्रोताओं को प्रताप भानु की कथा का रसपान कराया। कथा व्यास ने कहा कि एक बार प्रताप भानु जंगल में शिकार करने के लिए जाते हैं और रास्ता भटक जाते हैं। यहां उनकी मुलाकात एक कपटी मुनी से होती है। यह मुनि अपनी बातों में राजा को झांसा देकर उनके महल में पहुंच जाता है। यहां वह ब्राह्मणों के भजन में छल से मांस मिलवा देता है। इस पर आकाशवाणी होती है कि हे ब्राह्मणों यह भोजन मत करो इसमें मांस मिला हुआ है। इससे तुम्हारा धर्म भ्रष्ट हो जाएगा। इस पर ब्राह्मण राजा प्रताप भानु को अगले जन्म में रक्षा होने का श्राप दे देते हैं। इसके बाद आगे कथा में भगवान श्रीराम के जन्म की भी कथा सुनाया...