सिद्धार्थ, मई 26 -- सिद्धार्थनगर, हिन्दुस्तान टीम। डुमरियागंज क्षेत्र के सिकटा गांव में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन रविवार की रात कथावाचक आलोकानंद शास्त्री ने श्रद्धालुओं को प्रभु श्रीकृष्ण के जन्म की कथा सुनाई। साथ ही प्रभु के जन्म की झांकी निकाली गई। श्रद्धालुओं ने प्रभु का जन्म होते ही झूमते हुए खुशियां मनाई। कथावाचक ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जेल में वासुदेव के घर अवतार लेकर संतों व भक्तों का सम्मान बढ़ाया। उन्होंने कहा कि जब-जब धरा पर अत्याचार, दुराचार, पापाचार बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। मथुरा में राजा कंस के अत्याचार से व्यथित होकर धरती की करुण पुकार सुनकर नारायण ने कृष्ण रूप में देवकी के अष्टम पुत्र के रूप जन्म लिया और धर्म और प्रजा की रक...