वाराणसी, जून 28 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। काशी का रथयात्रा इलाका शुक्रवार को लघु पुरी के रूप में बदल गया। अष्टकोणीय रथ पर विराजमान भगवान जगन्नाथ ने भक्तों को दर्शन दिए। कोई उन्हें तुलसी की माला और नानखटाई का भोग लगा रहा था तो कोई परवल की मिठाई, केसरिया पेड़ा, राजभोग और आम अर्पित कर रहा था। मध्याह्न बाद झमाझम वर्षा से भक्तों की बांछें खिल गईं। विश्वास हो गया कि मेला के प्रथम दिन हुई बारिश किसानों के लिए कल्याणकारी होगी। यह सब शुक्रवार को काशी के लक्खा मेले रथयात्रा के 223वें संस्करण के पहले दिन हुआ। वर्षों बाद मेले के पहले ही दिन हुई वर्षा से जनमानस में शुभता के भाव भरे रहे। मेला में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की भीड़ अधिक रही। शाम के बाद शहरी भीड़ से मेलाक्षेत्र गुलजार हो गया। जय जगन्नाथ के साथ ही हर-हर महादेव का घोष गूंज रहा था। गुलाब, क...