अमरोहा, सितम्बर 21 -- जीवन दीप सत्संग मंडल अमरोहा के संयोजन में जेएस हिन्दू इंटर कॉलेज मैदान पर चल रही राम कथा में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने प्रभु का गुणगान करते हुए कहा कि प्रभु के नाम अनंत हैं परंतु अनंत होते हुए भी प्रभु एक ही है। कहा कि रामायण एक दिव्य महाकाव्य है, जिसे खुद भगवान विष्णु ने रचा और इस धरती पर निभाया गया। भगवान विष्णु ने यह वचन दिया था कि जब-जब धरती पर धर्म होगा तब तक ही अवतार लेंगे और धर्म की स्थापना करेंगे। इसी वचन को निभाने को त्रेता युग में भगवान विष्णु ने राम के रूप में जन्म लिया। रामायण की गाथा में कैकई का चरित्र एक ऐसे मोड़ पर आता है जो इतिहास के पन्नों में अमिट छाप छोड़ जाता है। उनके द्वारा मांगे गए दो वरदान जो भगवान राम को 14 साल की वनवास का आज भी रहस्य बना हुआ है और विश्व का विषय बन...