नई दिल्ली, मार्च 11 -- गाजियाबाद। सूत्रों की मानें तो रेस्क्यू कराए गए आईटी प्रोफेशनल से पहले गाजियाबाद की सीबीआई अकादमी में ही कई दिनों तक पूछताछ करने की योजना थी। मगर, देश के अलग-अलग कोने के लोग होने के चलते इन्हें अपने प्रदेश के मुख्यालय भेजने का निर्णय लिया गया। ताकि अपने राज्य में पहुंचने पर आईटी प्रोफेशनल सहज हो सकें। साथ ही केंद्रीय एजेंसियों के अलावा स्थानीय पुलिस भी प्रभावी ढंग से पूछताछ कर सकेगी। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश मुख्यालयों पर आईटी प्रोफेशनल्स से भारत छोड़ने से लेकर विदेशियों के चंगुल में फंसने फिर उनके दबाव में काम करने की पूरी प्रक्रिया से जुड़े सवाल किए जाएंगे। हर प्रदेश की पुलिस अपने यहां हुए डिजिटल अरेस्ट व दूसरे बड़े साइबर अपराध से जुड़े मामलों में भी पूछताछ कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि साइबर फ्रॉड में चेह...