कुशीनगर, जुलाई 8 -- कुशीनगर। जिले के पडरौना में स्थित प्रधान डाकघर आज भी अपनी पुरानी इमारत में संचालित हो रहा है, जो न केवल जर्जर है, बल्कि आधुनिक डाक सुविधाओं की बढ़ती मांगों को पूरा करने में भी असमर्थ साबित हो रहा है। बरसात में बारिश होने के बाद छत टपकने लग रही है, जिससे इस कार्यालय में लगे कंप्यूटर खराब हो जा रहे हैं। दस्तावेज भीगने लग रहे हैं। डाक कर्मचारी दिवस के अवसर पर, इस डाकघर की स्थिति और रवींद्रनगर में प्रस्तावित नए भवन के निर्माण की प्रगति पर नजर डालना जरूरी हो जाता है। --- कर्मचारियों की कमी और जर्जर भवन की चुनौतियां- पडरौना प्रधान डाकघर में 63 स्वीकृत पदों के सापेक्ष मात्र 35 कर्मचारी कार्यरत हैं, यानी एक चौथाई स्टॉफ की कमी। इस कमी के बावजूद, डाकघर डिजिटल इंडिया के तहत आधार कार्ड निर्माण, डाक जीवन बीमा, किसान विकास पत्र और इ...