लखनऊ, सितम्बर 9 -- अलीगंज की गर्भवती अनीता, कैसरबाग की रानी मंगलवार को अलग-अलग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत लगे सत्र में अल्ट्रासाउंड के लिए ई वाउचर जनरेट कराने पहुंचीं। सीएचसी पर उनका हीमोग्लोबिन, शुगर, बीपी व दूसरी खून की जांचें तो हो गईं, लेकिन ई वाउचर जनरेट नहीं हो सका। इससे उनका अल्ट्रासाउंड नहीं हो सका। ऐसे में गर्भवतियों को निराश लौटना पड़ा। यह किसी एक या दो सीएचसी का मामला नहीं है। शहर और ग्रामीण क्षेत्र की ज्यादातर सीएचसी से गर्भवतियों को बिना ई-वाउचर (अल्ट्रासाउंड) के बीते तीन सत्र से लौटना पड़ रहा है। सीएमओ के अधीन 20 सीएचसी का संचालन हो रहा है। इसमें सिर्फ नौ सीएचसी पर ही अल्ट्रासाउंड की सुविधा मरीजों को मिल रही है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रत्येक माह क...