हरिद्वार, नवम्बर 15 -- ब्लॉक बहादराबाद परिसर में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि सांसद डॉ. कल्पना सैनी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों की जल-जंगल-जमीन हड़पने की नीति के खिलाफ आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष किया। उनके त्याग और बलिदान ने उन्हें जन-जन का भगवान बना दिया। डॉ. सैनी ने कहा कि 18 नवंबर 1875 को जन्मे बिरसा मुंडा ने उस दौर में क्रांति की चिंगारी जलाकर आदिवासी समाज को एकजुट किया। अंग्रेजों द्वारा आदिवासियों की जमीन छीनकर उन्हें गुलाम की तरह काम कराने का उन्होंने डटकर विरोध किया। संघर्ष करते हुए वे 1900 में अंग्रेजों के हाथों गिरफ्तार हुए, लेकिन तब तक वह जनमानस में क्रांति के बीज बो चुके थे।

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