उत्तरकाशी, फरवरी 17 -- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 27 फरवरी को मुखबा हर्षिल में प्रस्तावित दौरे के बीच चर्चा जब शीतकालीन पर्यटन को नई दिशा देने की हो रही हो, तो दयारा बुग्याल का जिक्र भी स्वाभाविक है। जहां लंबे समय से इंतजार अवस्थापना विकास की महायोजना धरातल पर उतरने का है। स्थानीय जनमानस लगातार इस मांग को उठाता आ रहा है, लेकिन अब तक निराशा ही हाथ लगी है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी जब इस क्षेत्र में आकर चीन सीमा पर विश्व के दूसरे सबसे ऊंचे जनकताल और नीलापानी-मुलिंग-ला ट्रेक का शिलान्यास करने के साथ ही साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर्षिल-जादुंग और हर्षिल-पीडीए माउंटेन बाइकिंग रैली को हरी झंडी दिखाएंगे, तो उम्मीदें स्कीइंग जैसे साहसिक खेलों की संभावनाओं को समेटे दयारा के विकास भी रहेगी। करीब 28 वर्ग किमी एरिया में फैले दयारा बुग्याल ...