कानपुर, जुलाई 20 -- कानपुर अब शतरंज को प्रदेश के स्कूल-स्कूल तक पहुंचाने का काम कर रहा है। वर्तमान में 52 जिलों के करीब 10,000 से अधिक छात्र-छात्राएं नियमित रूप से न सिर्फ शतरंज खेल रहे हैं बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा भी ले रहे हैं। चेस को आगे बढ़ा रहे उप्र एसोसिएशन के अध्यक्ष कार्तिक कपूर का भी दावा है कि अगले साल तक सभी 75 जिलों के स्कूलों तक शतरंज को पहुंचाना है। कानपुर शतरंज एसोसिएशन के सचिव दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि शतरंज को खेल के साथ पढ़ाई से जोड़ कर स्कूलों में आगे बढ़ाया जा रहा है। क्योंकि शतरंज से छात्रों में एकाग्रता बढ़ने के साथ मानसिक स्थिति मजबूत होती है। इसलिए सभी स्कूलों को एसोसिएशन से जोड़ कर शतरंज को बढ़ाया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश सरकार भी शतरंज को चेस इन स्कूल प्रोग्राम के तहत गांव-गांव व कस्बो-कस्बो...