अयोध्या, मई 21 -- अयोध्या, संवाददाता। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संगीत एवं अभिनय कला और भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय लखनऊ की ओर से आयोजित 15 दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। गायन एवं नृत्य कार्यशाला के आखिरी दिन प्रतिभागी छात्र- छात्राओं ने सुंदर सावन की छटा के मनमोहक स्वरों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं मिर्जापुर की कजरी, बनारसी कजरी, अवधी कजरी, मनिहारी गीत, झूला गीत, मेहंदी गीत, बिरना गीत, मेघमानवन गीत की प्रस्तुति ने मनमोह लिया और खूब वाहवाही लूटी। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए प्रो. आशुतोष सिन्हा ने कहा कि संगीत मन को स्थिर कर निरोगी काया प्रदान करता है। चिकित्सा के क्षेत्र में संगीत का उपयोग थेरेपी में की जा रही है। संगीत सुनने से चिंता और तनाव को कम किया जा सकता है। इससे शारीरिक कार्य क्षमता में सुधार होगा। मुख्...