शाहजहांपुर, अप्रैल 22 -- प्रतिबंध के बावजूद भी सांठा धान लगाए जाने पर उच्च अधिकारियों के निर्देश पर लेखपाल ने मौके पर पहुंचकर रिपोर्ट बनाई लेकिन किसान ने सांठा‌ धान की गडाई बंद नहीं की है। लगातार जलस्तर गिरने से साठा धान पर अब से करीब सात आठ साल पहले प्रतिबंध लगा दिया गया था, तब से कोई भी किसान साठा धान नहीं लगाता था। साठा धान की जगह मक्के की खेती करने लगे थे, लेकिन कुछ किसान साठा धान लगाने के लिए चोरी चुपके पौध तैयार कर लेते हैं और साठा धान की रोपाई शुरू कर देते हैं गांव गुनहा खमरिया में एक किसान ने साठा‌ धान की पौध तैयार कर ली और वह रविवार को धान की गड़ाई शुरू कर दी। जिसकी सूचना जिलाधिकारी को दी गई थी, जिला अधिकारी के निर्देश पर हल्का लेखपाल मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की और साठा धान की रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजी है। लेकिन कि...