बांका, नवम्बर 6 -- बांका, नगर प्रतिनिधि। रहिमन पानी राखिये पानी बिना सब सून, पानी गए ना उबरे मोती, मानुष, चून प्रस्तुत दोहे के पाठ को प्रतिदिन शहर के विद्यालयों में बच्चों को लय में पढ़ाया जाता है, ताकि देश के भविष्य जल संरक्षण हेतु संकल्पित रह सके। मगर पिछले कुछ महीनो से विद्यालय में पढ़ाया जाने वाले इस पाठ के विपरीत स्थिति देखने को मिल रही है। शहर के बांका अमरपुर मुख्यमार्ग के समीप स्थित वाटरवेज के मुख्य द्वार का क्षेत्र इन दिनों नगर परिषद बांका की अनदेखी का दंश झेल रहा है। विगत 2 माह से इस क्षेत्र की जनता सड़क किनारे बेवजह बह रहे पानी से परेशान हो रहे हैं। चूंकि प्रतिदिन के नियमावली के अनुसार सुबह और शाम के वक़्त पूरे शहर में विभाग पानी सप्लाई करता है जिससे शहर के मुख्य मार्ग किनारे लोगों की प्यास बुझती है। मगर शहर के वाटरवेज के मुख्य द्वा...