चतरा, सितम्बर 29 -- प्रतापपुर निज प्रतिनिधि प्रतापपुर प्रखंड दुर्गा पूजा की समृद्ध परंपरा का गवाह रहा है। यहां मां दुर्गा की पूजा का आरंभ सन् 1945 में जानकी साहू के घर से,े वर्तमान न्यू शिव मंदिर के समीप आरंभ हुई थी। कालांतर में राजागढ़ है। वहां पर पूजा होने लगी वर्तमान समय में यह पूजा महावीर चौंक और राजागढ़ के परिसर में हो रही है। उस वक्त क्लश स्थापित कर श्रद्धालु केवल तस्वीरों और फोटो के माध्यम से पूजा-अर्चना करते थे। आज यह आयोजन पूरे प्रखंड में धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक पहचान का केंद्र बन चुका है। वर्तमान समय में तो अब सभी देवी देवताओं और मां दुर्गा की प्रतिमा बनाकर उसकी पूजा-अर्चना की जा रही है। यह जानकारी देते हुए सेवानिवृत शिक्षक 87 वर्षीय राजबल्लभ पांडेय ने बताया कि 1945 से 1950 तक प्रतापपुर में दुर्गा पूजा का आयोजन साधारण रूप से ह...