सुपौल, जून 10 -- प्रतापगंज, निजप्रतिनिधि वर्ष 2008 की कोशी त्रासदी में ध्वस्त प्रतापगंज-माधोपुर सड़क का नर्मिाण विभागीय उदासीनता के कारण 17 वर्षों में भी नहीं हो सका है। इस कारण सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं रही है। नतीजा यह है कि प्रतापगंज-छातापुर को जोड़ने वाली इस सड़क की जर्जर हालत के कारण 10 गांवों के लोगों के सामने आवागमन की समस्या बनी हुई है। प्रतापगंज प्रखंड की तेकुना पंचायत का पूर्वी भाग आदिवासी टोला और छातापुर प्रखंड के पश्चिमी भाग के गांव माधोपुर, उधमपुर, तिलाठी, महद्दीपुर के दो लाख से अधिक की आबादी के सामने एक प्रखंड से दूसरे प्रखंड तक जाने आने में यातायात की भारी परेशानी हो रही है। सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं बची है। ग्रामीण दिलीप उरांव, राजकुमार उरांव, जीतु उरांव, पंपाल उरांव, पवन प्रधान व दिलीप श्रीवास्तव आदि का कहना है कि जर्जर सड़...