बोकारो, सितम्बर 8 -- जैनामोड़। किसी समाज के विकास में जाति प्रथा, लिंग भेदभाव, दहेज प्रथा, बाल विवाह, भ्रूण हत्या व नशाखोरी जैसी कुरीतियां सबसे बड़ा बाधक होता है। जबतक कुरीतियों को दूर कर शिक्षा, जागरूकता, कानूनों का पालन व सामाजिक जागरूकता नहीं आएंगी। हम खुशहाल समाज की परिकल्पना नहीं कर सकते हैं। यह बातें युवा समाजसेवी नंदकिशोर किस्कू ने खुटरी के आदिवासी बहुल क्षेत्र कुआमूडा गांव में आयोजित आदिवासी समाज की बैठक में कहा। उन्होंने कहा कि एक शिक्षित, समतामूलक और प्रगतिशील समाज का निर्माण हो इसके लिए समाज के शिक्षित युवक युवतियों को भी समाज हीत में आगे आना होगा। सुंदरलाल हेंब्रम ने कहा कि हमारे पंचायत में आज भी हाई स्कूल नहीं है। वजह यहां के विधार्थियों को मध्य विद्यालय की शिक्षा प्राप्त करने के बाद आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए दूसरे पंचायत...