चतरा, अप्रैल 6 -- लावालौंग प्रतिनिधि प्रखंड क्षेत्र के वरिष्ठ विद्वान, कर्मकाण्डी एवं धर्माचार्य आचार्य रामनाथ पाठक का शुक्रवार को आकस्मिक निधन हो गया। 69 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से न केवल क्षेत्र में शोक की लहर है, बल्कि धर्म, शिक्षा और समाज सेवा से जुड़े सभी वर्गों ने इसे अपूरणीय क्षति बताया। परिजनों के अनुसार रात लगभग 11 बजे उन्हें अचानक सांस लेने में परेशानी होने लगी। स्थिति गंभीर होती देख उन्हें तत्काल निजी वाहन से चतरा सदर अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी तबीयत और बिगड़ गई। जिसके बाद अस्पताल पहुंचने पर लगभग रात 12:30 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शनिवार सुबह से ही अंतिम संस्कार की तैयारियां प्रारंभ हो गई थीं। उनके बड़े पुत्र सुबोध कुमार पाठक ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम दर्शन हे...