जमुई, अगस्त 21 -- बरहट । निज संवाददाता सरकार के बड़े बड़े दावों के बीच प्रखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है। यहां अस्पताल को अपना भवन नहीं है तो स्वास्थय विभाग के आलाधिकारी सामुदायिक भवन में आयुष चिकित्सक को ग्रामीणों के इलाज के लिए बैठा दिया गया है जहां आयुष चिकित्सक दवा देने से लेकर डाक्टर खुद झाड़ू लगाने को मजबूर हैं।या यों कह सकते हैं कि करीब एक लाख की आबादी वाले इस प्रखंड में चल रहा एकमात्र आयुष अस्पताल खुद बीमार है। अस्पताल की स्थिति देखकर कोई भी सहज ही कह सकता है कि यह सिर्फ कागजों पर चल रहा है। सामुदायिक भवन में चल रहा इलाज : बरहट का यह होम्योपैथिक अस्पताल अभी तक अपना स्थायी भवन भी हासिल नहीं कर पाया है। मजबूरी में इसे सामुदायिक भवन में संचालित किया जा रहा है। एक छोटे से कमरे में डॉक्टर के बैठने के लिए एक कुर्सी और आधा-अधूरा दवा स्ट...