सहारनपुर, सितम्बर 14 -- क्षेत्र के गांव दयालपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में प्रवचन करते हुए संजय प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने कहा कि प्रकृति ही परमात्मा की क्रिया शक्ति है ,भगवान को जो भी कार्य संसार में करना होता है तो प्रकृति को ही माध्यम बनाते हैं। उन्होंने कहा कि सृष्टि की उत्पत्ति और संहार का माध्यम जल ही है।भगवान श्रीकृष्ण की समस्त बाल लीलायें पर्यावरण संतुलन पर आधारित है। पर्यावरण संतुलन बिगडते ही प्राकृतिक आपदायें आने लगती है जिसका प्रमाण वर्तमान आपदाएं है।आज का मनुष्य भौतिकवाद की अंधी दौड में प्रकृति का विनाश कर रहा है जिससे बचना होगा अन्यथा मनुष्य का अस्तित्व संकट में है। कथा के दौरान गोवर्धन लीला, कालिय नाग दमन, गोचारण लीला, मिट्टी भक्षण, रास लीला माखन चोरी आदि प्रसंग से साथ साथ रहना, खाना, खेलना और एक दूसरे के सुख दुख में सा...
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