प्रयागराज, नवम्बर 24 -- केएल एकेडमी की ओर से रविवार को 'इंटीग्रेटिंग ऑर्गेनिक एंड नेचुरल फार्मिंग मॉडल फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर' विषय पर अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन मंगलवार को उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में हुआ। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय के डॉ. अखिलेश कुमार सिंह ने सतत कृषि के महत्व पर जोर दिया। एकेडमी के महासचिव डॉ. अंबुज द्विवेदी ने कहा कि टिकाऊ कृषि मॉडल भविष्य की आवश्यकता है। पर्यावरण मंत्रालय की निदेशक डॉ. धृति बनर्जी ने कहा कि प्रकृति से हमारा संबंध उसी तरह होना चाहिए जैसे मां से होता है। डिप्टी डायरेक्टर जनरल डॉ. पर्मेंदर सिंह ने कहा कि ऋषि कृषि परंपरा का पालन समाज को स्वास्थ्यवर्धक संजीवनी देता है। शुआट्स के प्रो. आशीष एस. नोएल ने जैविक एवं प्राकृतिक खेती को समय की आवश्यकता बताया। कार्यक...